श्री दुर्गा देवी ज्ञान










by AKASH SINGH RAJPOOT 

 

PEN NAME - SHRI DURGA DEVI



 

अपने जीवन से दुखो को कैसे दूर करे ?





 वर्तमान समय मे ऐसा कोई नही जिसके जीवन मे दुख नही है चाहे वह अमीर हो या गरीब दुख सभी के जीवन मे होते है इस संसार मे मानव को परेशानीयो का सामना तो करना ही पड़ता है क्यो कि् मानव धरती पर परिक्षा देने आया है व परिक्षा मे दुख से मानव लड़ेगा तभी तो उत्तीर्ण होगा, यह तो थी सच्चाई परन्तु एक बात और है यह संसार मे सभी कुछ ईश्वर का है व यदी हम उसकी भक्ति मे लीन हो जाये व उसके बाताये मार्ग पर चले तो ईश्वर की शक्ति से हमें कोई संसारिक दुख सता नही पायेगा अब प्रश्न यह उठता है कि् ईश्वर का मार्ग क्या  है ?





                आज के युग मे धरती पर कई धर्म है व सब धर्म उस परम पिता ईश्वर की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से आराधना करते है अर्थात आप जिस भी धर्म के है यदी आप सच्चे दिल से अपने आराधय की अराधना करेंगे व अच्छाई के मार्ग पर चलेंगे तो कभी आपको दुख नही सता पायेगा इसीलिए यदी आप ईश्वर के मार्ग पर चलना चाहते है तो अपने कुल देवता या देवी जो भी आपके कुल मे है उनकी अराधना करे व उस परम ईश्वर को दिल से अपना स्वामी माने व कर्म करे, आपको अवश्य ही लाभ होगा,




अब आप मे से कुछ जानना चाहेंगे कि् आप इस समय सनातन धर्म का ब्लॉग पढ रहे है यदी सनातन धर्म मे ऐसे किसी मार्ग का वर्णन हे जिसपर चल ईश्वर की भक्ति की जा सकती है जिस मार्ग पर चलने से सारे दुख दुर हो जाये तो मै आपको अवश्य यह ज्ञान दुगां



 

 

सनातन धर्म का मार्ग






सनातन धर्म के, मै आपको ऐसे मार्ग के बारे मे बताउगां जिसपर चलकर आपके सारे दुख दुर हो जायेंगे व आप सम्पन्नता के साथ ही अच्छा जीवन भी पायेंगे

 

   यह मार्ग ऐसा है जिसपर आपको न धन व्यय करने की जरुरत है न ही अपना धर्म त्यागने की, इससे कोई फर्क नही पड़ता कि् आप किस धर्म के है आप चाहे किसी भी धर्म के है आप को न अपने धर्म को छोड़ने की जरुरत है न ही कोई धन व्यय करने की, बस आपको सच्चे दिल से अराधना करनी है तो अब हम आपको वो मार्ग बाताते है -


 

 

मार्ग





हमारे सनातन धर्म मे श्री दुर्गा देवी की अराधना का वर्णन है इस अराधना को करने से धर के सदस्यो की सुरक्षा होती है, धर मे खुशीयां आती है, धर मे समपन्नता, धन  आदि आता है हम आपको बताते है पूर्ण तरीका -


सर्वप्रथम आपको श्री गणेश, शिवश्री दुर्गा देवी की कोई मूर्ति लानी है यदी न मिले तो आप नेट से सर्च करके फोटो प्रापत कर सकते है व प्रिंट निकाल कर, उसको प्राप्त कर सकते है,आपको एक जोत भी खरीद कर लानी है 

 

lord ganesh 

 

 

 

DEVI DURGA




SHIVA





अब आपको धर के किसी साफ स्थान पर एक छोटा सा मन्दिर बनाना है व उन मूर्ति या फोटो को वहां स्थापित करना है, फिर आपको आवश्क्ता पड़ेगी श्री दुर्गा देवी चालीसा, श्री दुर्गा दुवी कवच, श्री दुर्गा सप्तशी, श्री दुर्गा आरतीशिव आरती की,
  

यह सब आप कही से खरीद सकते है नही तो आप चाहे तो नेट से गूगल सर्च कर इसे प्राप्त कर सकते है  यह सब की आपको आवश्यक्ता होगी


 

 

अब आपको रोज सुबह व शाम को मन्दिर मे जोत जला कर पूजन करना है 

 


 

सर्वप्रथम आप स्नान करे तत्पश्चात साफ वस्त्र पहन कर मन्दिर मे जोत जलाये व सर्वप्रथम गणेश का जयकारा लगाये फिर श्री दुर्गा कवच  फिर श्री दुर्गा सप्तशी पढे {श्री दुर्गा सप्तशी को पढने मे देर लगती है इसीलिए यदी आप इसे महिने मे एक बार भी पढे तो भी ठीक है}   

    फिर आप श्री दुर्गा चालीसा पढे , तत्पश्चात श्री दुर्गा आरती पढे उसके बाद शिव आरती पढे


यह आप रोज करे इससे आप के धर मे सम्पन्नता का वास हो जायेगा, आपको रोजगार मिल जायेगा कभी आपको धन के लिए किसी के आगे हाथ फैलाना नही होगा व सदा देवी माता आपकी रक्षा करेंगी तो यह थी पूजन की विधी, अब कुछ बाते है जो आपको जानना जरुरी है


1 गणेश जी, आदिशक्ति के पुत्र है व इनको सबसे पहले पूजा जाता है व इसीलिए पूजन से पहले हमने आपको इनके समक्ष हाथ जोड़ कर जय श्री गणेश कहने को कहॉ

 

आपको सर्वप्रथम श्री दुर्गा कवच पढना है फिर श्री दुर्गा सप्तशी तत्पश्चात श्री दुर्गा चालीसा फिर दुर्गा आरती व उसके बाद शिव  आरती


3 इनमे श्री दुर्गा सप्तशी को पढने मे ज्यादा समय लगता है इसलिए आप इसे महिने मे एक बार भी पढ सकते है परन्तु एक बात जान लें कि् श्री दुर्गा सप्तशी अत्यन्त बलशाली है व इसे यदी रोज पढा गया तो कोई आपका अहित नही कर सकता व आपके पास धन, रोजगार सभी कुछ होगा व आपको लाभ होगा


4 आपको जो श्री दुर्गा कवच का पाठ, हम ने करने को  बाताया है उससे आपके शरीर पर एक अद्रिश्य कवच चढ जायेगा व देवी आपकी रक्षा करेगी


 

5 इस विधी को करे, आपको लाभ होगा परन्तु स्मरण रखियेगा मन्दिर के पास गन्दिगी कभी न करीयेगा

                         कभी शराब या मांस मन्दिर के पास न लाइयेगा व गाय का मांस कभी न खाइयेगा


6 यदी आपने मांस खाया भी है तो कुछ धण्टो बाद स्नान करके फिर देवी की अराधना करे परन्तु यह बात गाय के मांस पर लागू नही होती, गाय हमारे सनातन धर्म मे पवित्र बतायी गयी है इसीलिए कभी इसको न खाये


7 आपको कुछ हफतो में ही फर्क पता चल जायेगा


8 आपको यह पूजन करने हेतु अपने धर्म को त्यागने की जरुरत नही है बल्कि आप अपने धर्म की भी पूजा करे तो आपको और भी फायदा होगा मै एक सनातन  धर्म का हुं परन्तु मेरे धर मे मुस्लिम धर्म को भी पूजा जाता है व मेरे पूर्वज भी ऐसा करते थे हमारे धर में ईसाई धर्म को भी माना जाता है इसीलिए आप से निवेदन है कि् सभी धर्म का सम्मान करे व उनकी ईज्जत करे


आप सच्चे दिल से देवी की अराधना करे व पूजन करे अवश्य ही लाभ होगा

धन्यवाद