SHRI DIRGA DEVI LEKH 

 सदैव मोटिवेट कैसे रह ?

 

 


 

 

 

 

 

 AUTHOR -  AKASH SINGH RAJPOOT 

 

PEN NAME - SHRI DURGA DEVI 

 

 

सदैव मोटिवेट कैसे रह ?

 

 


 

आपका श्री दुर्गा देवी व्लॉग पर स्वागत है आज हम आपको वो बातयेंगे जिससे आप अपने जीवन मे सदैव ऊर्जावान, उत्साहित व स्वस्थ दिमाग के रहेंगे
         
         आज के समय मे अकसर देखा गया है कि मानव हर समय चिन्ता मे रहता है कारण चाहे जो भी हो मानव हमेशा एक आभासी अंधकार मे रहता है जहां वह स्वंय को अकेला महसूस करता है आज के समय की भाषा मे कहे तो डिपरेशन, आज के समय मे देखा गया है कि् मानव डिपरेशन का शीकार रहने लगा, चाहे वह जिस भी उम्र का हो मानव मे एक डर, एक धबराहट रहने लगी है इसके कारण कई है उदाहरण के तौर पर यदी कोई बच्चा है तो स्कूल के कार्य हेतु डिपरेशन, यदी कोई नौजवान है तो उसे नौकरी की टेंशन यदी कोई परिवारिक है तो बच्चो के भविष्य की टेंशन यदी कोई बुजुर्ग है तो कोई सांसारिक टेंशन,

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                                सी प्रकार हम सब आजकल टेंशन मे रहने लगे है व आज कल के लोग इस डिपरेशन से बचने के लिए मोटिवेट करने वाली विडियो देखने लगे है यह मोटिवेट विडियो किसी नशे की भाति होती है जो एक बार यदी आदत बन जाये तो मानव इससे निकल नही पाता, जब भी मानव को डिपरेशन सताता है वह ऐसी विडियो देखने लगता है व एक समय बाद यह विडियो उसे ऐसे माया जाल मे फसा देती है कि् उसका डिपरेशन एक मानसिक रोग मे बदल जाता है व फिर मानव शिथिल हो जाता है हम एक उदाहरण दे आपको सत्य से अनुभव करायेंगे


 

 उदाहरण

 एक मानव था वह अंधेरे मे अपने साथी की मशाल की रोशनी का सहारा लेकर मार्ग पर चल रहा था जब उसका साथी दाये धुमता तो वह भी दाये धुम जाता तथा जब उसका दोस्त बाये धुमता तो वह भी बाये धुम जाता और उसका साथी भी उसे ज्ञान देने के बाजाये अपनी मशाल से उसे रास्ता दिखा रहा था ऐसे ही बहुत देर तक चलता रहता है व अन्त मे एक समय आता है कि् मानव स्वंय की राह भुल जाता है व साथी के बाताये मार्ग पर अंधो की भाति चलता है व अन्त मे वह स्वंय को एक ऐसे मार्ग पर पाता है जो उसकी मंजिल का हिस्सा था ही नही, वह बेचारा अपनी मंजिल से बहुत दूर निकल आया था व जब वह अपने साथी को यह कहता है तो उसका साथी उसे कहता है कि् तुमहारे पास भी तो मशाल थी तो तुमने अपनी मशाल क्यो नही जालायी लेक्नि तब तक बहुत देर हो चुकी थी इसी प्रकार हमारा जीवन भी होता है जैसे वह अंधेरा था वैसा ही अंधेरा मानव के मन मे होता है व मोटिवेट करने वाली विडियो किसी दूसरे  की मशाल की भाति होती है वह हमे कुछ देर के लिए खुशी तो देती है परन्तु हमें सदा के लिए प्रकाशमय नही कर पाती है 

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वास्तव मे जो मशाल थी वो ज्ञान का उदाहरण थी अर्थात यदी हमें सदा के लिए मोटिवेट रहना है तो हमें ज्ञानी बनना होगा और सबसे पहले हमे मोटिवेट विडियो या अन्य ऐसे साघनो से दूर होना होगा, आपको वास्तव मे ज्ञान की आवयश्क्ता है जिससे आप सदैव बुद्विमान , तेजवान व बलशाली हो पायेंगे आज मे आपको वो मार्ग बाताउंगा जिसको अपनाने के बाद न आप स्ंवय ज्ञानी हो जायेंगे बल्कि सामा को ज्ञान देंगे

जैसे की आज के युग मे लोग डिपरेशन का शिकार है वैसे ही पुराने समय मे भी कई लोग डिपरेशन का शिकार होते थे व उस समय के ज्ञानी लोग ऐसो को ज्ञान की राह दिखाते थे वो ही मार्ग हम भी आपको बातायेंगे

 

डिपरेशन को सदा के लिए दूर करने का उपाय






1 सर्वप्रथम आप सुबह जल्दी उठने की आदत डाले, हो सके तो सुबह 4 या 5 बजे, इतने बजे उठने के बाद आप नित्य क्रियाये कर ले 

 

 




2 फिर आप सुबह प्राणायम व योगासन करे यदी आपको यह करना नही आता तो आप यूटयूब पर baba ramdev yoga moanday  डाल के सर्च करे जब आप यह सर्च करेंगे तो आपको प्रत्येक दिन के लिए एक अलग विडियो मिल जायेगी जिसमे आपको योग का ज्ञान दिया जायेगा इससे आप रोज योगा कर पायेंगे 



 



3 योगासन करने के बाद आप कुछ फल आदि खा ले तत्पश्चात आप स्नान आदि करे


 

 
4 आप जिस किसी भी धर्म के है आप अपने अराधय की अराधना करे तत्पश्चात आप भोजन कर अपने रोज की दिनचर्या करे आप जब कभी भी स्ंवय को अकेला समझे तो अपने अराधय का स्मरण करे तथा यदी कोई मुसीबत हो तो भी अपने अराधय का स्मरण करे इससे आपका अराधय आपकी सहायता करेगा 




5 आप अपने आहार मे पोष्टिक खानो का उपयोग करे ताकि् आप मे बल आये 




6 दोस्तो आदि को भी समय दे




7 तत्पश्चात आप यह कोशिश करीये की रात मे जल्दी सोये यदी आप ऐसी दिनचर्या अपनाते है तो आप कुछ ही महीनो मे ऐसे हो जायेगे की आपको कभी माटिवेट विडियो की आवयश्क्ता नही होगी

इसमे आप स्मरण रखिये कि् आपको योग जरुर करना है क्योकि् योग ही है जिससे आप ठीक हो पायेंगे, इससे न केवल आपको डिपरेशन मे सहायता मिलेगी बल्कि आपको कई मानसिक रोगो से भी मुक्ति मिलेगी
                   हमारे मन मे अकसर न चाहते हुए भी लगातार विचार आते रहते ह व वो हमे दखी कर देते है योगासन से हम ऐसी दशा मे चले जाते है कि् हमारे दिमाग मे कोई अनचाहा विचार नही आ पाता है व हमारे दिमाग पर हमारा पूरा अधिकार होता है इसलिए आप योग को अपना ले इससे आपके जीवन मे कर्म करने की शक्ति के साथ आपको तेज भी मिलेगा 

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यह वह मार्ग था जिससे आपको दिमागी व अन्य रोगो से उभरने मे आसानी होगी आप एक बात स्मरण रखिये कि् योगासन और अराधय की अराधना से आपको बल , बुद्वि व ज्ञान मिलेगा जिससे आप जीवन मे कुछ कर पायेंगे मै एक सनातन धर्म का हुं लेक्नि इसका मतलब यह नही कि् आप किसी अन्य धर्म के है  तो आप योगा नही कर सकते, योगासन तो वह ज्ञान है जो ईश्वर का दिया ज्ञान है वह सभी के लिए है यदी आप इसके साथ अपने अराधय की अराधना करेंगे तो आपको और भ्ज्ञी फायादा होगा और फिर कोई  भी रोग आपको सता नही पायेगा
     

 इस ज्ञान को अपनाकर आपको जीवन मे आगे बढने का मार्ग मिलेगा
 

                                         धन्यवाद