पवन से जीवन की शिक्षा

 

LIFE LESSONS FROM WIND

 

 


 


मानव एक प्राकृतिक जीवन है हमारे चारो ओर जो कुद भी हमें दिखता है वह  प्राकृतिक से या तो प्रत्यक्ष रुप से या अप्रत्यक्ष रुप से सम्बंध रखता है हमारे मानव का जीवन भी  बड़ा रोचक है आज के मानव जीवन मे कही पर कोई बालक विधालय जाने के भय से ग्रसित है तो कोई नवयुवक नौकरी कैसे मिले इस चिन्ता मे विचरण कर रहा है, कही पर कोई विवाहित मानव ग्रहस्थ जीवन की परेशनियो से जुझ रहा है तो कोई अन्य किसी अन्य प्रकार के दुख से जुझ रहा है अब प्रश्न यह बनता है कि् मानव अपना जीवन कैसे जीये की उसे जीवन मे सफलता मिल सके ?

   आज हम आपको इसी विषय का ज्ञान देंगे

पवन से शिक्षा


 


पवन अर्थात वायु, कभी आपने वायु को विचरण करते हुए महसूस किया है पवन लहरा कर , आनन्द मे रहकर सभी बन्धनो से मुक्त हो एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाती है पवन जब अपने मार्ग पर होती है तो मानो उसमे कोई भी भावात्मक रुपी भाव का बोझ नही होता है वह तो बस अपने ही आनन्द मे होती है 




           मानव का जीवन भी कुछ ऐसा ही है मानव जीवन भर चिन्ता, क्रोध , दूसरे के प्रति बुरा भाव , दुख आदि के बोण से दबा रहता है व वह अदृश्य बोझ उसे सदैव परेशान करता है कभी उसे दुख देता है तो कभी उसे परेशान करता है व  सभी परिस्थितियो मे वह सदैव अपने कर्म पथ पर आकाश मार्ग मे उड़कर जाने के, वह जमीन मार्ग से जाता है जहां उसे दुख मिलते है  तो अब किया क्या जाये ?

   उत्तर है कि्  मानव को जीवन जीना सिक्षना चाहिये अर्थात जीवन को जीने मा मार्ग क्या है?




 मानव को पवन से शिक्षा लेनी चाहिये, पवन जब चलती है तो सभी दुखो अिद से मुक्त हो मार्ग गमन करती है उसपर न कोई बोझ होता है न कोई अन्य दुख जो उसे रोके , मनुष्य को भी इसी प्रकार मार्ग पर चलना चाहिये सभी प्रकार की बुराईयो आदि से मुक्त होकर ताकि् वह जीवन मे आनन्द पा सके परन्तु मानव यह करे कैसे ? मानव जीवन मे हम पर कई बन्धन आ जाते है जिनसे हम दुख भोगते है और यदी देखा जो तो सामान्य रुप से लगता है कि् इन बन्धनो से मानव कभी खुश नही रह सकता लेकिन यह सही नही है


 मानव यदी अपना जीवन न केवल अच्छे से बल्कि आनन्दमय होकर जीवन चाहता है तो उसे भक्ति मार्ग पर चलना चाहिये यह मार्ग है जिसपर चलकर ऐसा लगता है कि् मानो जीवन मे परम आनन्द की प्रप्ति हो गयी हो यह मार्ग ऐसा है जिसपर चलकर धीरे-धीरे आप सभी चिन्ताओ , दुख अिद से आजाद हो पवन की भाति आजादी से अपना जीवन अपने व अपनो हेतु जी पायेंगे 

 



कैसे चले पवन रुपी मार्ग पर  - आपको इस मार्ग पर चलने हेतु भक्ति की आवयश्क्ता होगी आप जिस भी धर्म के हो अर्थात यदी मुस्लिम धर्म के हो तो आप उस परम ईश्वर के प्रति , यदी सिक्ख धर्म के हो तो वाहे गुरु के मार्ग पर , यदी सनातन धर्म के है तो अपने आराधय के प्रति अपना भक्ति भाव जगाये व नित्य पूज्न आदि करे आप जैसे - जैसे भक्ति से स्वयं को सम्बंधित करेंगे वैसे-वैसे पायेंगे कि् आपके जीवन मे दिव्यता का भाव आयेगा व धीरे-धीरे आपको जीवन सकारात्मक रुप से परिवर्तित हो जायेगा

      आप सदैव आनन्द के भाव मे रहेंगे व कोई दुख, भय आदि आपको सांसारि दुख नही दे पायेगा इससे न केवल आप स्वंय को उपर उठा जीवन जीयेंगे बल्कि मानव शरीर की पूर्ण शक्तियो का उपयोग भी कर पायेंगे


                                         धन्यवाद



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