SHRI DURGA DEVI GYAN
MEMORIES
यादें भी कितनी अदभुद होती है यह मानव के जीवन मे तब तक बनती रहती हैं जब तक मानव जीवित रहता है कुछ अच्छी होती है तो कुछ बुरी, कछु दोस्तो के साथ बनती है तो कुछ परिवार के सदस्यो के साथ, कुछ मानव की बाल्यावस्था की होती है तो कुछ मानव की युवास्था की तो कुछ मानव की बुढापे की,
मानव सदैव अपने कर्म पथ पर आगे चलता जाता है व उसे पता भी नही चलता कि् कुछ यादे वह भूलता जाता है कभी तो मानव जब अपनी पुरानी तस्वीरे या अन्य वस्तुए देखता है तो वह उन्ही में खो जाता है वह कुछ ऐसे लोगो को उनमे पाता है जिनको वह भूल चुका था जब उसे इस बात का घ्यान आता है कि् उनको उसने आने वाले समय के साथ भूला दिया व जब वह उनसे दोबारा मिलने जाता है तो पाता है वहां कुछ नही बचता है यही मानव जीवन की सच्चाई हैं जो जानते सब है परन्तु मानता कोई नही
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आज हम आपको एक विषेश ज्ञान देंगे परन्तु उससे पहले हम आपको एक छोटी सी कहानी सुनायेंगे ताकि् आप सब यादों की अहमीयत को समझ पायें
STORY OF MEMORIES
फैललेण्ड नामक स्थान पर एैलेन रहता था वह एक अच्छा लड़का था परन्तु उसकी एक बुरी आदत थी कि् वह भावात्मक रुप से जयादा विचारण नही करता था उसका मानना था कि् जीवन में मानव को केवल वर्तमान पर ही ध्यान देना चाहिये व यादो को भूला देना चाहिये
एैलेन के पांच अन्य दोस्त थे ऐलीशा, मिलिया, वोरेन, फारक, व बैलेना, वह अच्छे दोस्त थे व साथ मे ही पढते थें
सभी दोस्त आपस मे खूब धूलते मिलते थे परन्तु एैलेन हमेशा जीवन में आगे बढने का ही सोचता था उन्होने जब अपनी स्कूली शिक्षा की प्राप्ती कर रहें थे तो अकसर वह बातें किया करते थे व छुटटी के बाद वह एक गली मे खड़े हो,खूब बाते किया करते थे खिलखिलाती धूप में वह सभी आपस में धण्टो बाते किया करते थे व समय बित्ता रहता था ऐलीशा , एैलेन से प्यार करती थी परन्तु उसे कभी बता नही पायी वह बस उसे बातें करती हुई देखती थी व उन्ही बातो मे खो जाती थी
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एक दिन वह सब बातें कर रहे थे तो तभी वहां एक साघु आता है वह सब उसके पास जा उसे कुछ खाने को देते है साधु प्रसन्न हो जाता है व कहता है मागों क्या चिहये तुम बच्चो को ?
सभी एक मत में कहते है - बाबा तुम हमें क्या दोगे तुम हमने तो स्वयं तुमको कुछ दिया है
बाबा - बच्चो मेरे पास बहुत कुछ है देने को,
ऐलीशा - बाबा हमारा भविष्य बाताओ ?
बाबा - क्या जानना चाहते हो ?
ऐलीशा - बाबा हमारे भविष्य मे क्या होगा ?
बाबा - वह उन्हे एक टक देखता है फिर उसकी आंखो मे आंसु आ जाते है
ऐलीशा - क्या हुआ बाबा दूखी क्यो हो ?
बाबा - कुछ नही बेटा बस तुम्हारा भविष्य दिख रहा था तो रोना आ गया
ऐलीशा - ऐसा क्या है इसमे ?
बाबा - बच्चो एैलेन को छोड़ तुम सब बच नही पाओगे, काश मै भविष्य बदल सकता
ऐलीशा - कैसे ?
बाबा - तुम सब बुरे हालातो मे फसं जाओगे
एैलेन - क्यो मै सहायता नही कर सकता
बाबा - तुम सहायता तब करोगे जब उनके पास होगे
ऐलीशा - कोई बात नही बाबा, हमारा जो भविष्य है हमें मंजूर है
एैलेन - बाबा,मुझे अकेले नही रहना है
बाबा - चिन्ता मत करो मै ऐसा नही होने दूंगा
उसके बाद वह बाबा चला जाता है समय के साथ सब उस बात को भूल जाते है वह सब ईण्टर पास कर लेते है एैलेन व सभी दोस्त बात करते हैं
एैलेन - तो अब आगे क्या करना है ?
एैलशा - बस शादी करनी है
एैलेन - क्या ?
एैलीशा - कुछ नही
मिलिया - मै सोच रही हुं कि् यही पर कॉलेज मे जाउ
वोरेन - हां यहां भी अच्छी चीजे है
एैलेन - मै तो पढाई के लिए पश्चिम की ओर जा रा हुं
वोरेन - क्यो पश्चिमी देशो में ऐसा क्या हैं
एैलेन - मै वहां अपनी किस्मत बदल सकता हुं
वोरेन - चलो जैसी ईच्छा
एैलेन पढाई के लिए चला जाता हैं व वह सब बाकी के दोस्त वही रुक जाते हैं
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समय के साथ एैलेन जीवन में आगे चलने लगता है 5 वर्ष बाद शिक्षा पूर्ण होने के बाद वह बिजनस करने का सोचता है व छोटे से स्टार्ट कर व मेहनत और लगन से काम कर अपनी स्वयं की कम्पनी खोल लेता है
10 वर्षो तक वह अपनी छवि को इतना विशाल बना लेता है कि् हर कोई उससे मिलने की सोच में रहता हैं जब उसे जीवन में सब कुछ मिल गया तो उसने विचार किया कि् क्यो न अपने स्टोर रुम को चेक किया जाये,
उसने स्टोर रुम में जा चेक किया व उसने वहां अत्यन्त पूराना सामान पाया वही उसने एक फोटो देखी वह अन्तिम फोटो थी जो उसने उस समय खीची थी जब दोस्तो को आखिरी बार मिलने गया था
उसे अपने पुराने दिनो की याद आ गयी उसने विचार किया कि् क्यो न वहां जा उनसे मिला जाये
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वह उसी स्थान पर वापस गया जहां उसने दोस्तो को छोड़ा था लेक्नि वह हैरान हो गया वहां उसे कोई नही मिला उनके धरो पर विराना छाया था उसने पड़ोसी से पूछा तो उसने कहां कि् यह धर बन्द ही रहता है व आप चाहे तो अन्दर जा सकते हैं
वह वहां अन्दर जाता है वह ऐलीशा का धर था उसने देखा वहां मकड़ी के जाले लगे थे उसने खिड़की खोल प्रकाश करा व पाया कि् वह वैसा ही था जैसे पुराने समय में था एैलेन मायूस था वह वहां से बाहर आ ही रहा थ कि् तभी एक आदमी अन्दर आता है
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आदमी - आप कौन ?
एैलेन - मै ऐलीशा का दोस्त हुं हम कभी साथ में पढते थे
आदमी - वह आपको नही मिलेगी
एैलेन - क्यो ?
आदमी - उसका एकसीडेन्ट हो गया था व वह उसमे बच नही पायी
एैलेन - कब ?
आदमी - कुछ एक वर्ष पहले
एैलेन - लेक्नि मात्र एक्सीडेन्अ से कैसे ?
आदमी - आप सही है उसकी मौत उपचार सही समय पर न मिलने से हुई उसके पास धन नही था तो उसे सरकारी हॉस्पीटल मे ले गये सरकारी डॉकटरो ने प्रयास तो किया परन्तु उसका ईलाज न कर पाये
एैलेन - और मिलिया, वोरेन, फारक, व बैलेना
आदमी - कौन ?
एैलने - वो हमारे दोस्त थे
आदमी - उनका भी बहुत बुरा हुआ उनमे से काई नही बच पाया, उन सबकी मौत हो चुकी है उन्हे सही समय पर उपचार नही मिला उनको बिमारी ने खा लिया उनकी किडनी खराब हो गयी थी
एैलीशा अकसर कहती थी तुम आओगे, वह नही चाहती थी कि् तुम अकेले रहो
आदमी - मै भी बुढा हो चूका हुं उसने मुझे बाताया था कि् तुमहारा कोई नही
चिन्ता मुझे तुम्हारी है
एैलेन - मेरी कम्पनी स्वयं के मानव कृतिम अंग बानाती है अगर मुझे पता होता तो मै एक चुटकी बजा उन्हे बचा लेता व एैलीशा का ईलाज भी करा देता
आदमी - मै पास में ही रहता हुं जब भी स्वयं को अकेला समझो आ जाना मेरा पिवार मेरे साथ ही है तुम उसे अपना धर ही समझना
एैलेन - ठीक है
आदमी - अच्छा मै चलता हुं
एैलने - क्या मै कुछ देर यही रह सकता हुं
आदमी - क्यो नही यह तुम्हारा ही धर है जानते हो ऐलीशा तुमसे प्यार करती थी
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इतना कह वह चला जाता है एैलने वही अकेले बैठ रोने लगता हैउसे अंधेरे कमरे मे बैठ रोने लगता है तभी वहां कुछ हलचल होती है एैलेन देखता है कि् वही साधू बाबा वहां खड़ा था एैलेन को पुरानी सारी बाते याद आ जाती है वह उसके पैरो मे गिर रोने लगता है
एैलेन - बाबा यह क्या हो गया ?
बाबा - बच्चे उनकी किस्मत मे यही लिखा था
एैलेन - बाबा मुझे यहां से दूर ले चलो मै अब यहां नही रहना चाहता हुं
बाबा - जरुर पूत्र लेक्नि उससे पहले कुछ करना है
एैलेन साधू बाबा के मार्ग दर्शन पर सबकुछ त्याग देता है
वह अपनी सम्पूर्ण कम्पनी को संस्था को सौप उसे जनता के हित मे कार्य के निर्देश देता है व स्वयं साधू के साथ समाज को त्याग कर हिमालय मे तप करने हेतु चला जाता है अब उसका घ्यान अघ्यातम की ओर चला गया था उसने अपने जीवन को साधू के मार्गदर्शन मे जिया उस साधू ने उसे शरीर के सातो चक्र को खोलना सिखाया व कठिन तप करा उसे अमरता की प्राप्ती करायी, उसके बाद उन दोनो ने समाज की भालाई हेतु अपने तपोबल का उपयोग किया
शिक्षा - उस दिन यदी एैलेन मुहं फैर कर न गया होता व सदैव उनके साथ सम्बंधो मे रहता तो उनका ईलाज कर पाता इसीलिए मानव को सदैव यादो के भी साथ लेकर चलना चाहिये
अब जब आपको यादों की आवयश्क्ता का पता लग गया है तो अब हम बात करते है कि् मानव को यादों को कैसे सुझोना चाहिये
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यादों को बटोरना
1 रोज बनाये मन की याद - मानव को हर रोज वही कर्म करना चाहिये जो उसके भविष्य के लिए भी अच्छा हो व उसके स्वयं के सुख के लिए भी आवश्यक हो
मानव को रोज वर्तमान व भविष्य को अच्छा करने हेतु अच्छे आर्थिक कार्य तो करने चाहिये परन्तु साथ में उसे अपने मन को अच्छा प्रतीत दिलवाने वाले कार्य भी करने चाहिये व उन पलो को कैद करने हेतु उसे उनकी तस्वीरे या विडीयो बना लेनी चाहिये ताकि् बछते वक्त के साथ वह यादो को लेता चलें
2 कभी न बनाये आभासी यादें - मानव को कभी भी यादो को कैमरे मे कैद करते समय किसी कोई विशेष मुद्र बनाने के लिए नही कहना चाहिये इससे मानव उन पलो कैद नही कर पाता जो वास्तव मे वहां थे
कभी आप दो तस्वीरे खीचीयेगा, जब आप मित्रो या अन्य के बीच हो तो आप उन्हे बिना बताये तस्वीर खीचीयेगा व उसके बाद आप उन्हे बता कर विशेष मुद्राये बनवा कर एक तस्वीर खीचीयेगा, उसके बाद सोने से पहले आप दोनो को देखीयेगा आपको बिना बाताये खीची तस्वीर ज्यादा अच्छी लगेगी
3 पुरानी यादो से शिक्षा लें - आप जैसे-जैसे अपनी यादें बटोरते जाये आप उनसे शिक्षा लेकर जीवन में और आगे बएने का विचार लाईये परन्तु साथ-साथ पुराने पलो को भी याद रखें इससे आप जीवन मे सन्तुलन ला पायेंगे
4 यादो को दिखा पाना - कल को जब आप बुजुर्ग हो जायेंगे तो आप अपने बच्चो या आगे के वंश को अपनी यह यादे मौखिक नही बल्कि प्रत्यक्ष रुप से दिखा पायेंगे
5 भण्डारण - अपनी यादों का भण्डारण इस प्रकार करे कि् आपके उपर उनको नियिंत्रत करने का बोझ नही अपितु खुशी हो आप इसके लिए कोई पेन डराइव या अन्य उपकरणो का उपयोग कर सकते है
6 अपनो की कद्र - आप अपनी यादो से शिक्षा ले अपनो की कद्र करे ताकि् अप जीवन मे इससे बेहतर मानव बन पाये
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तो यह थे कुछ सुझाव जो हमारे द्वारा आपको दिये गये अब हम आपको एक उदाहरण दिखाते है यह इस लेख के लेखक की स्वयं की याद है
यह तब की है जब मै कलास पांच मे था आज भी याद है जब मैने यह बनाया था लगता है जैसे कल की बात है लेक्नि इसे सालो बित चुके है यादो को कभी न खोने दे क्योकि् मानव के पास यह उसका एक अमूल्य धन होता है
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आपको यह लेख जीवन मे बढने के ज्ञान को समझने मे सहायता करेगा आपको यदी अन्य किसी मुददे पर ज्ञान चाहिये तो हमें कमेंट कर बताये
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THE UNKNOWN TEMPLE IN THE DEEP VELLEY
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